रविशंकर नगर कम्युनिटी हॉल में सिल्क प्रदर्शनी का आयोजन
भोपाल 24 जनवरी । सिल्क के बुनकरों ने जहां सिल्क साड़ियों को सफेद और गोल्डन जरी से बुना है वहीं साड़ियों पर अपनी कलमकारी की कारीगरी भी खूब दिखाइ हैं व। सिल्क साड़ियों पर जहां परंपरागत डिजाइनों के साथ दक्षिण भारत की संस्कृति के दर्शन भी हो रहे है ।
रविशंकर नगर कम्युनिटी हॉल में बुनकरों द्वारा आयोजित 10 दिवसीय सिल्क प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है । प्रदर्शनी का शुभारंभ विधायक श्री आरिफ मसूद जी के कर कमलों द्वारा हुआ । प्रदर्शनी के आयोजक राजेश कुमार ने बताया कि इस प्रदर्शनी में देश के 25 राज्यों के सिल्क बुनकर परंपरागत सिल्क बुनाई कला को प्रदर्शित कर रहे हैं । प्रदर्शनी में कोटा ] तसर ] मूंगा ] कांजीवरम उपपाड़ा ] सॉफ्ट सिल्क ]खादी सिल्क ] टिशु सिल्क ] ढाका सिल्क जैसी तमाम सिल्क कि किस्मे मौजूद है । जिनमें बुनकर उन्हें अपनी उत्कृष्ट बनाई कला से जान डाल दी है । आंध्र प्रदेश के पास श्री कालाहस्ती से आए बुनकर बाबू ने सिल्क के स्टॉल पर हाथों से खूबसूरत कलमकारी की है अपनी कलमकारी में उन्होंने राम वनवास के दृश्य राम दरबार और दक्षिण भारत के पुराने मंदिरों की प्रतिकृति को दर्शाया है । कोलकाता के सुकुमार अपने साथ टसर पर बटिक प्रिंट की साड़ियां लाए हैं । ओर्गेंजा सिल्क पर हैंड एंब्रॉयडरी का काम भी लोगों को खूब पसंद आ रहा है । इसकी खासियत है कि इसका वजन अन्य सिल्क के मुकाबले काफी कम होता है । राजेश कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी 2 फरवरी तक चलेगी । कला प्रेमी सुबह 10 बजे से लेकर रात 9 बजे तक इस प्रदर्शनी में सिल्क बुनकरों की कला को देखने के लिए सादर आमंत्रित हैं