ब्रांडेड बोतलबंद पानी की गुणवत्ता जांचेगा निगम























































- 4 सदसीय अधिकारियों की टीम गठित, फैक्ट्रियों में जाकर होगी जांच

 

भोपाल। बोतल में बिकने वाली पानी कितना गुणवत्तापूर्ण है, इसकी जांच होगी। नगर निगम के अपर आयुक्त मयंक वर्मा ने शासन के निर्देशानुसार 4 सदसीय अधिकारियों की टीम गठित कर दी है, जो फैक्ट्रियों में जाकर पानी को जांचेगी। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश सरकार ने मिलावट करने वालों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। इसके तहत अब तक दूध, घी और अन्य डेयरी प्रोडक्टों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है।

 

लगातार मिल रहीं शिकायतों को देखते हुए प्रदेश

सरकार की मंशाअनुरूप नगर निगम भोपाल ब्रांडेड बॉटलों में बिकने वाली पानी की जांच करेगा। इसके लिए निगम के अपर आयुक्त मयंक वर्मा ने 4 सदसीय टीम बनाई है। टीम में राकेश मिश्रा रसायनज्ञ, सिराज हसन रसायनज्ञ, एलबी पटेल प्रयोगशाला सहायक और महेश पटवर्धन प्रयोगशाला सहायक को शामिल किया गया है। यह टीम शहरभर में चरणबद्ध तरीके से पानी का सेंपल लेकर प्रयोगशाला में जांच करेगी। जांच रिपोर्ट निगम के जलकार्य के मुख्य अभियंता के माध्यम से जिला प्रशासन को भेजी जाएगी। इसके बाद अगर पानी की गुणवत्ता में कोई कमी नजर आई तो नियमानुसार कार्रवाई होगी।

 

पाऊच और बॉटलों की होगी जांच

 

नगर निगम के अपर आयुक्त मयंक वर्मा ने बताया कि शहर में छोटी दुकानों से लेकर सांची पार्लर, पानी की दुकान, हाथ ठेलों पर बड़ी संख्या में पाऊच पेकिंग में पानी की बिक्री होती है। घरों में मशीनें लगाकर पानी के पाऊच तैयार होने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। यह पानी कितना पीने युक्त है, इसकी कोई गारंटी नहीं होती। इसलिए टीम पूरे शहर में अभियान चलाकर पाऊच के सेंपल लेगी। वहीं बड़ी दुकानों पर बिकने वाले बिना लेबल वाली बोतल बंद पानी को भी जांचा जाएगा। उपभोक्ता लालच में सस्ता पानी खरीद लेते हैं, जबकि एेसा पानी मानव शरीर के लिए घातक साबित हो सकता है।