बैंक और कंपनियां आसानी से फायनेंस सुविधा दें तो बढ़ेगा ब्रांडेड फर्नीचर का बाजार 


भोपाल। देश में जैसे होम लोन व कार लोन के साथ मोबाइल की मांग बढ़ाने में फायनेंस ने अहम भूमिका निभाई है। उसी तरह यदि टिकाऊ और गुणवत्तापूर्ण विदेशी फर्नीचर पर बैंक और कंपनियां आसानी से फायनेंस सुविधा देने लगें तो निश्चित रूप से ब्रांडेड फर्नीचर का बाजार बढ़ेगा। साथ ही मांग में भी इजाफा होगा और लोग घर पर ही लग्जीरियस लाइफ का अनुभव कर सकेंगे। यह बात आलोक दुग्गल, निदेशक, नोल्टे इंडिया ने कही। वे यहां जर्मनी फर्नीचर ब्रांड नोल्टे इंडिया के मप्र में पहले एसलूसिव शोरूप के शुभारंभ अवसर पर पधारे थे। 


उन्होंने बताया कि फिलहाल कोटक और बजाज फिनसर्व फाइनेंस की सुविधा दे रहे हैं। यह कंपनी का देश में 20वां शोरूम है। यहां पर नोल्टे इंडिया के किचन और वॉर्डरोब प्रोडट डिस्प्ले किए गए हैं। नोल्टे बेडरूम प्रोडट भी उपलब्ध कराता है। उन्होंने बताया कि नोल्टे के प्रोडट जर्मनी स्थित निर्माण संयंत्र में बनाए जाते हैं। हम आर्किटेट या लाइंट की मांग के अनुसार प्रोडट डिजाइन और निर्माण करते हैं, जिसमें आरो प्यूरीफायर से लेकर डस्टबिन तक होती है। 


नोल्टे के प्रोडट मॉडुलर फर्नीचर होते हैं, जो 10 साल की गारंटी के साथ आते हैं। नोल्टे के डिजाइन किए गए किचन प्रोडट 4 लाख से लेकर 22 लाख रुपए की रेंज में आते हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी जल्द ही इंदौर में प्रदेश का दूसरा शोरूम खोलेगी। ब्रांडेड फर्नीचर का बाजार अभी भी देश में मात्र 15 फीसदी है, जबकि 85 फीसदी असंगठित क्षेत्र का बाजार है।